Save your money from Offline Online Frauds:
मुझे online frauds के बारे में लिखते हुए काफी समय हो गया है। मैंने अपने blog की शुरुआत ही online frauds के बारे में जानकारी देते हुए की थी। लेकिन मेरे पास कभी कोई data नहीं था कि आखिर कितने लोग विभिन्न तरह से हो रहे online frauds या offline frauds का शिकार हो रहे हैं।
अभी कुछ दिन पहले दैनिक भास्कर में इससे related एक article छपा, जिसमे विभिन्न तरह से हो रहे online frauds या offline frauds का शिकार हो रहे लोगों का percentage data छापा गया। वैसे मैंने पहले भी इस अख़बार के एक editor को contact किया था और उनसे request की थी कि उनके अख़बार को online frauds के बारे में awareness देते हुए article छापने चाहिए। पर शायद उस समय उन्हें मेरा ये सुझाव पसंद नहीं आया और उन्होंने टाल–मटोल वाला रवैया अपनाया।
मुझे ख़ुशी है कि अब तक़रीबन दो साल बाद भास्कर ने online frauds और offline frauds पर जानकारी देते हुए एक article को अपने अख़बार में जगह दी। मैं इस article को आपके साथ share कर रहा हूँ।
ताकि ना हो नुकसान:
त्यौहार के मौसम में जालसाज सक्रीय हो जाते हैं। भोले-भाले लोग विज्ञापन देखकर इनके चंगुल में फंस जाते हैं। इसलिए हर कदम पर सावधान रहने की जरूरत है।
- 39% लोग “घर बैठे पैसे कमाए” जैसे विज्ञापनों के झांसे में आ रहे हैं. इसमें सुरक्षा निधि (security deposit ) के नाम पर लोगों से पैसा जमा करवा लिए जाते है और काम के पैसे भी नहीं मिलते।
(नीचे दिए गए चारों links को जरूर पढ़ लें, जिससे आपके समझ आ जाए कि कैसे लोगों को बेवकूफ बना कर उनसे पहले security deposit लिया जाता है, फिर उनसे मनचाहा काम कराया जाता है और फिर पैसे भी नहीं दिए जाते।)
- घर बैठे पैसा कमाएं (Online Scam-Part I)
- घर बैठे पैसा कमाएं (Online Scam-Part II)
- घर बैठे पैसा कमाएं (Online Scam-Part III)
- घर बैठे पैसा कमाएं (Online Scam-Part IV)
- 25% लोग online lottery में फंस जाते हैं. बड़ी रकम का लालच देकर लोगों से प्रक्रिया शुल्क मांगते हैं। लोग भी बगैर सोचे-समझे बेनामी खातों में पैसे जमा करा देते हैं।
(इससे related एक detailed article बहुत जल्द ही आपको मेरे blog पर पढने को मिलेगा )
- 17% लोग निजी और गोपनीय जानकारी जैसे फोन – इन्टरनेट बैंकिंग के password, डेबिट – क्रेडिट कार्ड की जानकारी दे बैठते हैं। E-mail से भी लोग जालसाजी करते हैं।
(नीचे दिए article आपको इस तरह की जालसाजी से आगाह करने के लिए लिखे गए हैं, इन्हें जरूर पढ़े और अपने दोस्तों के साथ share भी करें)
- धोखेबाजों से सावधान
- अपनी मेहनत की कमाई को धोखेबाजों से बचाएं
- अपने card को रखें संभालकर, नहीं तो कोई ले जायेगा चुराकर
- Email Frauds -एक जानकारी
स्मार्ट बनें
- ऑनलाइन खरीददारी (online shopping), एप्लीकेशन (application) या सोशल साइट्स (Social sites) पर खाते (account) के लिए एक अलग email और banking जैसे महत्वपूर्ण काम के लिए दूसरा email इस्तेमाल करें।
- लुभावने विज्ञापन, सेल, बम्पर छूट पर क्लिक करते ही किसी दूसरी ही वेबसाइट का homepage खुल जाये, तो उसे तत्काल बंद कर दें। यह वायरस हो सकता है।
- वित्तीय लेनदेन करते समय एक साथ कई टेब ना खोले। इससे हैकिंग का खतरा रहता है। Online banking में virtual keyboard इस्तेमाल करें।
- घर बैठे कमाई के वादे करने वाले लोगों की सत्यता जांचे। वेबसाइट पर पूरा पता, फोन नंबर नहीं है तो विश्वास ना करें। कंपनी पंजीकृत (registered) है या नहीं देख लें।
(इस मामले में मेरा अनुभव ये कहता है कि fraud करने वाले काफी शातिर हैं और वो पहले इस तरह की registered companies के बारे में पता करते हैं, जो अब बंद हो चुकी हैं। फिर उनसे मिलते जुलते नाम से अपनी website बना लेते हैं और बंद हो चुकी companies के registered number आपको देकर बोलते हैं कि हमारी company government registered है और आप हमारा registration number, government site पर जाकर check कर सकते हो। जब आप check करते हैं तो registration number सही होता है और आप आश्वस्त हो जाते हैं कि ये company सही है। आप उनसे associate हो जाते हैं और फिर धोखा खा जाते हैं।)
- एप डाउनलोड करते समय अगर फोनबुक, गैलेरी में प्रवेश की इज़ाज़त मांगे तो सावधान हो जाएँ। गोपनीय जानकारी, password मोबाइल में सुरक्षित न करें।
- रातोंरात करोडपति बनाने, लौटरी लगने, बैंक या बीमा company के फ़ोन या mail के साथ मोबाइल सन्देश पर भी कोई प्रतिक्रिया ना दें।
इसमें दैनिक भास्कर ने share किया है कि कितने लोग online frauds और offline frauds के शिकार हो रहे हैं और विभिन्न तरहों की जालसाजी से बचने के उपाय क्या है। इनमे से कुछ टॉपिक पर मैंने पहले ही काफी detailed में लिखा है और कुछ पर भविष्य में लिखने की planning है।
अगर इस data को accurate माना जाये तो एक काफी बड़ी संख्या निकल कर आएगी, अलग-अलग तरह से हो रही जालसाजी के शिकार होने वालों की।
सबसे बुरी बात यहाँ पर यह है कि लोग बड़ी संख्या में frauds के शिकार हो रहे हैं, कभी कभार अख़बारों में भी पढने में आता है कि फलाना व्यक्ति से जालसाजों ने इतने रुपये ऐंठ लिए, पर आजतक मैंने एक बार भी ये नहीं पढ़ा कि कोई जालसाज़ हमारी पुलिस के पकड़ में आया हो और शायद यही बात जालसाजों के होसलों को और बुलंद कर देती है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें